प्रमोशन में आरक्षण को लेकर उत्तराखंड एससी-एसटी इंप्लॉइज फेडरेशन ने 23 फरवरी को राज्यभर में धरना-प्रदर्शन का ऐलान कर दिया। उन्होंने दो टूक कहा कि सीधी भर्ती के रोस्टर में संशोधन न हुआ तो गैरसैंण विधानसभा सत्र के दौरान वो आंदोलन के लिए मजबूर होंगे। रविवार को देहरादून में प्रदेश अध्यक्ष करम राम की अध्यक्षता में हुई बैठक में पूर्व आईएएस अधिकारी सुबर्द्धन ने कहा कि आरक्षण एससी-एसटी और ओबीसी का हक है। समाज के निचले तबके को बराबरी का दर्जा देने के लिए ही संविधान में यह व्यवस्था की गई है। मटन लाल ने कहा कि सरकार ने सीधी भर्ती के रोस्टर में एससी का पद एक से छठवें नंबर पर ले जाकर समाज के लोगों के अधिकारों का हनन किया। उन्होंने कहा कि रोस्टर में एससी का पहला पद ही होना चाहिए। इस बैठक में दिलीप चंद आर्य, प्रो. जयपाल सिंह, वरिष्ठ उपाध्यक्ष रणवीर सिंह तोमर, उपाध्यक्ष चंद्रशेखर के साथ रामरतन राजभर, कमल कुमार, एमआर आर्य, प्रकाश बेरी, वाईएस पांगती, चंद्र बहादुर, राजेंद्र प्रसाद भी मौजूद रहे।
एससी-एसटी कार्मिक 23 फरवरी को करेंगे प्रदर्शन